मिड कैप म्यूचुअल फंड्स | MID CAP MUTUAL FUNDS

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दोस्तों, जब भी हम निवेश की बात करते हैं तो हमारा मन हमेशा कुछ ऐसा चाहता है जो न केवल सुरक्षित हो, बल्कि हमारे पैसों को तेजी से बढ़ाए भी। ऐसे में मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरते हैं। मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो आकार में तो बड़ी नहीं होतीं, लेकिन उनके अंदर तेजी से आगे बढ़ने की जबरदस्त ताकत होती है।

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मिड कैप (MID CAP) कंपनियां आमतौर पर मार्केट कैप (MARKET CAP) के हिसाब से टॉप 101 से 250 के बीच आती हैं। इनका स्कोप बहुत बड़ा होता है क्योंकि ये कंपनियां अपनी ग्रोथ के उस पड़ाव पर होती हैं जहां वे एक बड़ी छलांग मारने को तैयार होती हैं और यहीं से शुरू होती है मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) की असली कहानी।

मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) क्या होते हैं?

अब दोस्तों बात करते हैं मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) की, जो ना तो बहुत बड़े होते हैं और ना ही बहुत छोटे। ये फंड्स उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो अभी तेजी से आगे बढ़ रही हैं, लेकिन मार्केट में पूरी तरह स्थापित नहीं हुई हैं। इन फंड्स का स्वभाव थोड़ा तेज़ और रोमांचक होता है, ठीक उसी तरह जैसे कोई युवा जोश में अपने सपनों की ओर दौड़ रहा हो।

देखा जाए दोस्तों तो मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) उन लोगों के लिए एकदम सही होते हैं जो थोड़ा ज्यादा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न की चाह रखते हैं। इन फंड्स का ट्रैक रिकॉर्ड (TRACK RECORD) बताता है कि लंबे समय (LONG TERM) में इन्होंने स्मॉल कैप (SMALL CAP) और लार्ज कैप (LARGE CAP) फंड्स दोनों को पछाड़ा है। मिड कैप कंपनियां आम तौर पर लचीली(FLEXIBLE) होती हैं, इनकी मैनेजमेंट(MANAGEMENT) तेज़ होती है और बाजार के बदलते ट्रेंड्स(TRENDS) के अनुसार ये जल्दी खुद को ढाल लेती हैं।

लेकिन दिक्कत वहां आती है जब बाजार में गिरावट होती है। ऐसे में दोस्तों, मिड कैप फंड्स थोड़ा अधिक अस्थिर (VOLATILE) हो सकते हैं। लेकिन अगर आपका निवेश (INVESTMENT) का समय लंबा(LONG TERM) है, यानी आप 5 साल या उससे ज्यादा का धैर्य रख सकते हैं, तो ये फंड्स आपके लिए सोने पर सुहागा साबित हो सकते हैं।

दोस्तों, मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो न तो बहुत बड़ी होती हैं और न ही बहुत छोटी। ये कंपनियाँ 101वें से लेकर 250वें स्थान तक की मार्केट कैप वाली होती हैं। इनका बिजनेस मॉडल मजबूत होता है और समय के साथ ये बड़ी कंपनियों की कतार में शामिल होने की क्षमता भी रखती हैं।

मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) में स्थिरता का एक खास तत्त्व होता है। ये ना तो बहुत ज़्यादा वोलाटाइल होते हैं और ना ही बहुत ज़्यादा धीमे। अगर आप एक संतुलित निवेशक हैं, जो रिस्क लेने के लिए तैयार है लेकिन ज़मीन पर पैर रखकर चलना चाहता है, तो मिड कैप फंड्स आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

कौन से निवेशक करें मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) में निवेश:

दोस्तों, अगर आप एक युवा निवेशक हैं, और आपके पास समय है अपने निवेश को बढ़ते देखने का, तो मिड कैप फंड्स आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपने पहले से ही कुछ सेफ इन्वेस्टमेंट कर रखे हैं जैसे FD, लार्ज कैप फंड्स या ELSS, और अब कुछ एक्स्ट्रा ग्रोथ की तलाश में हैं, तो मिड कैप फंड्स को अपने पोर्टफोलियो में जरूर जगह दीजिए।

मगर दोस्तों, हमेशा याद रखिए कि मिड कैप फंड्स में निवेश करने से पहले फंड का इतिहास, फंड मैनेजर का अनुभव और बाजार की मौजूदा स्थिति पर गौर जरूर करें। रिसर्च और धैर्य ही मिड कैप फंड्स में सफलता की कुंजी है।

मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS)आपके भविष्य की नई रफ्तार:

अगर हम भारत की ग्रोथ स्टोरी को देखें तो उसमें मिड कैप कंपनियों की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। टेक्नोलॉजी (TECHNOLOGY), मैन्युफैक्चरिंग (MANUFACTURING), हेल्थकेयर (HEALTHCARE), इंफ्रास्ट्रक्चर(INFRASTRUCTURE) जैसे क्षेत्रों में मिड कैप कंपनियां आज लीडर बनती जा रही हैं। और दोस्तों, इन कंपनियों में निवेश कर आप उस ग्रोथ का हिस्सा बन सकते हैं।

आज के समय में जब हर कोई अपने पैसों से कुछ बड़ा करने की चाह रखता है, मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) आपको वह अवसर दे सकते हैं। आपको बस इतना करना है कि सही फंड चुनें, समय दीजिए और निवेश में बने रहिए।

गोल्डन रूल फॉर म्यूच्यूअल फंड्स – ” STAY INVESTED FOR LONG TERM

दोस्तो, म्यूचुअल फंड्स उन लोगों के लिए होते हैं जो थोड़ी बहुत जोखिम उठाने को तैयार हैं और साथ ही लंबी अवधि (LONG TERM) में अच्छे रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। अगर आप युवा हैं, आपके पास निवेश के लिए समय है और आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर निवेश कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक दमदार विकल्प बन सकता है।एक बात का हमेशा ध्यान रखे, म्यूचुअल फंड में निवेश का गोल्डन रूल(GOLDEN RULE) है कि स्टे इनवेस्टेड फॉर लॉन्ग टर्म (STAY INVESTED FOR LONG TERM) । यानि आप जितने लम्बे समय तक म्यूच्यूअल फंड्स को होल्ड करेंगे,आपके फायदा होने का उम्मीद उतनी ही ज्यादा होती है।बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।

उदहारण के तौर पे आप निफ्टी और सेंसेक्स का 5,10,15 या 20 साल के चार्ट को देखेंगे तो पाएंगे की ये ऊपर ही गया है यानि भले ही समय-समय पर शेयर मार्किट में गिरावट जरुर आती है लेकिन लम्बे अवधी में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।

SIP से करें आसान शुरुआत – छोटी रकम से बड़ा भविष्य:

अगर आप सोच रहे हैं कि ज्यादा पैसा लगाना होगा तो दोस्तो बिल्कुल नहीं। आप सिर्फ ₹500 या ₹1000 महीने से SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए शुरुआत कर सकते हैं। SIP का फायदा यह है कि यह आपके पैसे को समय के साथ-साथ बढ़ाता है और आपको कंपाउंडिंग का कमाल देखने को मिलता है। दोस्तो, छोटी शुरुआत ही बड़े बदलाव की शुरुआत होती है।

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मिड कैप म्यूचुअल फंड्स के प्रकार (TYPES OF MID CAP MUTUAL FUNDS):

1.एक्टिव मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(ACTIVE MID CAP MUTUAL FUNDS)-दोस्तो एक्टिव मिड कैप म्यूच्यूअल फंड्स ऐसे फंड्स होते हैं जिनमें फंड मैनेजर(FUND MANAGER) लगातार बाजार पर नजर रखते हैं और देश की टॉप 101 से 250 कंपनियों में से सबसे बेहतर परफॉर्म करने वाली कंपनियों को चुनकर उसमें निवेश करते हैं।

यानी इसमें आपको फंड मैनेजर के रूप में एक प्रोफेशनल एक्सपर्ट(PROFESSIONAL EXPERT) की समझ का फायदा मिलता है, जो बाजार की स्थिति, कंपनियों के आंकड़ों और संभावनाओं के आधार पर फंड की दिशा तय करता है।

एक्टिव मिड कैप म्यूच्यूअल फंड्स का एक्सपेंस रेश्यो(EXPENSE RATIO) भी पैसिव या इंडेक्स मिड कैप फंड्स के तुलना में ज्यादा होता है।

2.पैसिव या इंडेक्स मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(PASSIVE OR INDEX MID CAP MUTUAL FUNDS): पैसिव या इंडेक्स मिड कैप म्यूच्यूअल फंड्स ऐसे म्यूचुअल फंड होते हैं जो इंडेक्स को फॉलो करते हैं – जैसे कि NIFTY MIDCAP 150 INDEX।इसका मतलब दोस्तो, इन फंड्स का काम सिर्फ इंडेक्स में शामिल टॉप कंपनियों में उसी अनुपात में निवेश करना होता है। यहां कोई फंड मैनेजर(FUND MANAGER) कंपनियों का चुनाव नहीं करता – जो कंपनी इंडेक्स(INDEX) में है, उसमें निवेश होता है।यानी आपके निवेश में इंसानी फैसलों की जगह सिस्टम और स्ट्रक्चर का भरोसा होता है।

पैसिव या इंडेक्स मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(PASSIVE OR INDEX MID CAP MUTUAL FUNDS) की सबसे बड़ी खासियत है कम खर्च (LOW EXPENSE RATIO)। चूंकि फंड मैनेजर(FUND MANAGER) को यहां रिसर्च या कंपनी चयन नहीं करना होता, इसीलिए खर्च कम होता है और आपके रिटर्न पर असर भी कम पड़ता है।

दोस्तो,एक्टिव मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(ACTIVE MID CAP MUTUAL FUNDS) जहां थोड़ा महंगे होते हैं, पैसिव या इंडेक्स मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(PASSIVE OR INDEX MID CAP MUTUAL FUNDS) सस्ते, सरल और पारदर्शी होते हैं।

गोल्डन रूल फॉर म्यूच्यूअल फंड्स – ” STAY INVESTED FOR LONG TERM

दोस्तो, म्यूचुअल फंड्स उन लोगों के लिए होते हैं जो थोड़ी बहुत जोखिम उठाने को तैयार हैं और साथ ही लंबी अवधि (LONG TERM) में अच्छे रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। अगर आप युवा हैं, आपके पास निवेश के लिए समय है और आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर निवेश कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक दमदार विकल्प बन सकता है।एक बात का हमेशा ध्यान रखे, म्यूचुअल फंड में निवेश का गोल्डन रूल(GOLDEN RULE) है कि स्टे इनवेस्टेड फॉर लॉन्ग टर्म (STAY INVESTED FOR LONG TERM) । यानि आप जितने लम्बे समय तक म्यूच्यूअल फंड्स को होल्ड करेंगे,आपके फायदा होने का उम्मीद उतनी ही ज्यादा होती है।बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।

उदहारण के तौर पे आप निफ्टी और सेंसेक्स का 5,10,15 या 20 साल के चार्ट को देखेंगे तो पाएंगे की ये ऊपर ही गया है यानि भले ही समय-समय पर शेयर मार्किट में गिरावट जरुर आती है लेकिन लम्बे अवधी में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।

जोखिम(RISK):

अगर आप यह सोच रहे है कि लार्ज कैप म्यूच्यूअल फंड्स(LARGE CAP MUTUAL FUNDS), मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(MID CAP MUTUAL FUND) और स्माल कैप म्यूचुअल फंड्स(SMALL CAP MUTUAL FUND) में कौन सा ज्यादा जोखिम वाला है तो यह बता दे कि स्माल कैप वाला ज्यादा जोखिम भरा है। फिर आते है मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(MID CAP MUTUAL FUND) और इन तीनो में सबसे सेफ होते है लार्ज कैप म्यूच्यूअल फंड्स। लेंकिन यह भी याद रखे की ज्यादा जोखिम है तो मुनाफा(RETURN) भी ज्यादा है। बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।

निष्कर्ष(CONCLUSION):

मिड कैप म्यूचुअल फंड्स (MID CAP MUTUAL FUNDS) आपको लार्ज कैप म्यूच्यूअल फंड्स(LARGE CAP MUTUAL FUNDS) से ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं लेकिन दोस्तों साथ ही इनमें थोड़ा ज्यादा रिस्क भी होता है। ये फंड्स आर्थिक बदलावों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं लेकिन अगर आपने सही फंड चुना, और थोड़ा समय दिया, तो ये आपको शानदार मुनाफा दिला सकते हैं।

दोस्तों, जो लोग मार्केट की चाल समझ सकते हैं और अपने पैसों को कुछ सालों तक लगाए रखने का धैर्य रखते हैं, उनके लिए मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(MID CAP MUTUAL FUND) एक बेहतरीन मौका हो सकते हैं।

जरुरी सुचना

Moneycrypton.in वेबपोर्टल किसी भी तरह के निवेश पर जोर नहीं देता बल्कि सिर्फ जानकारी देता है।कृपया करके निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय अवश्य लें। शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में वित्तीय जोखिम शामिल है

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