तो कैसे हो दोस्तों, उम्मीद है कि आप सभी अपनी फाइनेंशियल जर्नी में कुछ नया और अच्छा सीखने के लिए तैयार हो। आज हम बात करेंगे उन लोगों के बारे में जो हमारे म्यूचुअल फंड्स के असली सूत्रधार होते हैं यानी म्यूचुअल फंड्स के फंड मैनेजर(FUND MANAGER)। दोस्तों, जब भी आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो आपने कभी सोचा है कि आखिर वो पैसा किसके हाथों में जाता है और कौन तय करता है कि वो पैसा कहां लगाया जाएगा? तो चलिए आज इस राज से पर्दा उठाते हैं।
म्यूचुअल फंड्स के जादूगर:
दोस्तों, फंड मैनेजर वो अनुभवी और प्रशिक्षित विशेषज्ञ होते हैं जो आपके निवेश को सही दिशा देने का काम करते हैं। ये सिर्फ एक नौकरी नहीं होती, बल्कि ये एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। ये लोग न सिर्फ शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव को बारीकी से समझते हैं, बल्कि ये जानते हैं कि कब और कहां निवेश करना है ताकि आपके पैसे को बेहतरीन रिटर्न मिल सके।
फंड मैनेजर की भूमिका:
फंड मैनेजर का काम दोस्तों, बहुत ही विश्लेषणात्मक और रणनीतिक होता है। उन्हें हजारों कंपनियों की रिपोर्ट पढ़नी होती है, इकोनॉमिक ट्रेंड्स को समझना होता है और साथ ही मार्केट सेंटिमेंट्स का भी ध्यान रखना होता है। उनकी हर एक छोटी सी भी चूक, लाखों निवेशकों के पैसे को प्रभावित कर सकती है। इसलिए उनका हर निर्णय बहुत सोच-समझकर लिया जाता है।
आपके पैसे का भविष्य:
अब सोचिए दोस्तों, अगर फंड मैनेजर सही समय पर किसी अच्छे स्टॉक में निवेश कर लेता है तो आपको मिल सकता है शानदार रिटर्न और अगर गलती से कोई गलत निर्णय हो जाए, तो नुकसान भी हो सकता है। इसलिए किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले ये जरूर देखना चाहिए कि उस फंड का मैनेजर कौन है, उसका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा रहा है और उसका अनुभव कितना पुराना है।
फंड मैनेजर का प्रदर्शन ही फंड की परफॉर्मेंस को तय करता है। एक अनुभवी फंड मैनेजर बाज़ार की गिरावट में भी आपके पैसे को संभाल सकता है और सही समय पर फायदा दिला सकता है। इसलिए दोस्तों, जब भी आप म्यूचुअल फंड चुनें, तो उसका नाम और रिटर्न ही नहीं, उसके फंड मैनेजर की प्रोफाइल को भी जरूर पढ़ें।
गोल्डन रूल फॉर म्यूच्यूअल फंड्स – ” STAY INVESTED FOR LONG TERM“
दोस्तो, म्यूचुअल फंड्स उन लोगों के लिए होते हैं जो थोड़ी बहुत जोखिम उठाने को तैयार हैं और साथ ही लंबी अवधि (LONG TERM) में अच्छे रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। अगर आप युवा हैं, आपके पास निवेश के लिए समय है और आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर निवेश कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक दमदार विकल्प बन सकता है।एक बात का हमेशा ध्यान रखे, म्यूचुअल फंड में निवेश का गोल्डन रूल(GOLDEN RULE) है कि स्टे इनवेस्टेड फॉर लॉन्ग टर्म (STAY INVESTED FOR LONG TERM) । यानि आप जितने लम्बे समय तक म्यूच्यूअल फंड्स को होल्ड करेंगे,आपके फायदा होने का उम्मीद उतनी ही ज्यादा होती है।बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।
उदहारण के तौर पे आप निफ्टी और सेंसेक्स का 5,10,15 या 20 साल के चार्ट को देखेंगे तो पाएंगे की ये ऊपर ही गया है यानि भले ही समय-समय पर शेयर मार्किट में गिरावट जरुर आती है लेकिन लम्बे अवधी में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।
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निष्कर्ष(CONCLUSION):
आजकल कई फंड हाउस (ASSET MANAGEMENT COMPANY) अपने फंड मैनेजर्स की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराती हैं। आप वहां जाकर उनके अनुभव, एजुकेशन और ट्रैक रिकॉर्ड को अच्छे से समझ सकते हैं। दोस्तों, याद रखिए कि ये वही लोग होते हैं जो आपके सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
तो दोस्तों, उम्मीद है अब जब भी आप म्यूचुअल फंड में निवेश करेंगे, तो फंड मैनेजर की अहमियत को जरूर समझेंगे। क्योंकि सही फंड मैनेजर का चुनाव करना ही आपके निवेश के सफर को आसान और सफल बना सकता है।
आपके सवालों और सुझावों का हमेशा स्वागत है दोस्तों, मिलते हैं फिर एक नए विषय के साथ, तब तक निवेश करते रहिए और सीखते रहिए।
जरुरी सुचना
Moneycrypton.in वेबपोर्टल किसी भी तरह के निवेश पर जोर नहीं देता बल्कि सिर्फ जानकारी देता है।कृपया करके निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय अवश्य लें। शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में वित्तीय जोखिम शामिल है।