तो कैसे हो दोस्तो! आज हम एक ऐसे विषय पर बात करने जा रहे हैं जो हर उस इंसान के दिल के बेहद करीब है जो अपने पैसे को सही जगह निवेश कर अच्छे रिटर्न की तलाश में है। जी हां दोस्तो, हम बात कर रहे हैं म्यूचुअल फंड्स की और जानेंगे कि म्यूचुअल फंड्स के कितने प्रकार होते हैं। अगर आप भी अपने भविष्य को सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो इस जानकारी को बिलकुल नज़रअंदाज़ मत कीजिएगा।
दोस्तो, म्यूचुअल फंड्स एक ऐसा निवेश विकल्प है जहां बहुत सारे निवेशकों का पैसा इकट्ठा कर के एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर द्वारा अलग-अलग एसेट्स जैसे शेयर, बॉन्ड, और दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स में लगाया जाता है। अब सवाल ये उठता है कि जब म्यूचुअल फंड्स में इतनी विविधता है, तो कौन-सा फंड आपके लिए सही है?
तो आइए दोस्तो, अब बिना देर किए जान लेते हैं कि म्यूचुअल फंड्स के मुख्य प्रकार कौन-कौन से हैं और उनकी विशेषताएं क्या हैं।
म्यूचुअल फंड्स मुख्य रूप से हम 4 प्रकार में बाँट सकते है:
1.इक्विटी म्यूचुअल फंड्स EQUITY MUTUAL FUND
2.डेब्ट म्यूचुअल फंड्स DEBT MUTUAL FUND
3.हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स HYBRID MUTUAL FUND
4.अन्य म्यूचुअल फंड्स OTHER MUTUAL FUND
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स EQUITY MUTUAL FUND
सबसे पहले दोस्तो, बात करते हैं इक्विटी म्यूचुअल फंड्स/EQUITY MUTUAL FUND की। ये फंड्स उन लोगों के लिए होते हैं जो ज्यादा रिटर्न कमाने की चाह रखते हैं और थोड़ा रिस्क उठाने को तैयार हैं। इन फंड्स में पैसा मुख्यतः शेयर बाजार में लगाया जाता है। अगर आप युवा हैं और लंबी अवधि का सोच रहे हैं, तो ये फंड आपके लिए शानदार साबित हो सकते हैं।
डेब्ट म्यूचुअल फंड्स DEBT MUTUAL FUND
अब आते हैं दोस्तो डेब्ट म्यूचुअल फंड्स DEBT MUTUAL FUND पर। ये उन लोगों के लिए होते हैं जो कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न चाहते हैं। यहां निवेश मुख्य रूप से सरकारी बॉन्ड्स, कॉर्पोरेट डिबेंचर और अन्य फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में होता है। अगर आप अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं और हर महीने कुछ निश्चित कमाई भी चाहते हैं, तो ये फंड आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स HYBRID MUTUAL FUND
दोस्तो, एक और बहुत ही खास प्रकार होता है जिसे कहते हैं हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स HYBRID MUTUAL FUND। ये फंड्स इक्विटी और डैब्ट दोनों का मिश्रण होते हैं। यानी अगर आप न तो बहुत ज्यादा जोखिम लेना चाहते हैं और न ही बहुत कम कमाई से संतुष्ट हैं, तो ये आपके लिए एक बैलेंस्ड विकल्प हो सकता है। इसमें आपका पैसा दोनों जगहों पर लगाया जाता है जिससे रिस्क और रिटर्न दोनों बैलेंस में रहते हैं।
अन्य म्यूचुअल फंड्स OTHER MUTUAL FUND
अन्य म्यूचुअल फंड्स में मुख्य रूप से गोल्ड के म्यूचुअल फंड्स आते है।
गोल्डन रूल फॉर म्यूच्यूअल फंड्स – ” STAY INVESTED FOR LONG TERM“
दोस्तो, म्यूचुअल फंड्स उन लोगों के लिए होते हैं जो थोड़ी बहुत जोखिम उठाने को तैयार हैं और साथ ही लंबी अवधि (LONG TERM) में अच्छे रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। अगर आप युवा हैं, आपके पास निवेश के लिए समय है और आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर निवेश कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक दमदार विकल्प बन सकता है।एक बात का हमेशा ध्यान रखे, म्यूचुअल फंड में निवेश का गोल्डन रूल(GOLDEN RULE) है कि स्टे इनवेस्टेड फॉर लॉन्ग टर्म (STAY INVESTED FOR LONG TERM) । यानि आप जितने लम्बे समय तक म्यूच्यूअल फंड्स को होल्ड करेंगे,आपके फायदा होने का उम्मीद उतनी ही ज्यादा होती है।बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।
उदहारण के तौर पे आप निफ्टी और सेंसेक्स का 5,10,15 या 20 साल के चार्ट को देखेंगे तो पाएंगे की ये ऊपर ही गया है यानि भले ही समय-समय पर शेयर मार्किट में गिरावट जरुर आती है लेकिन लम्बे अवधी में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।
SIP से करें आसान शुरुआत – छोटी रकम से बड़ा भविष्य:
अगर आप सोच रहे हैं कि ज्यादा पैसा लगाना होगा तो दोस्तो बिल्कुल नहीं। आप सिर्फ ₹500 या ₹1000 महीने से SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए शुरुआत कर सकते हैं।SIP का फायदा यह है कि यह आपके पैसे को समय के साथ-साथ बढ़ाता है और आपको कंपाउंडिंग का कमाल देखने को मिलता है। दोस्तो, छोटी शुरुआत ही बड़े बदलाव की शुरुआत होती है।
जोखिम(RISK):
अगर आप यह सोच रहे है कि लार्ज कैप म्यूच्यूअल फंड्स(LARGE CAP MUTUAL FUNDS), मिड कैप म्यूचुअल फंड्स(MID CAP MUTUAL FUND) और स्माल कैप म्यूचुअल फंड्स(SMALL CAP MUTUAL FUND) में कौन सा ज्यादा जोखिम वाला है तो यह बता दे कि स्माल कैप वाला ज्यादा जोखिम भरा है| फिर आते है मिड कैप म्यूचुअल फंड्स और इन तीनो में सबसे सेफ होते है लार्ज कैप म्यूच्यूअल फंड्स।लेंकिन यह भी याद रखे की ज्यादा जोखिम है तो मुनाफा(RETURN) भी ज्यादा है। बस आपको लम्बे समय तक इनवेस्टेड(INVESTED) रहना है क्योकि लम्बे समय में शेयर मार्केट ऊपर ही जाता है।
निष्कर्ष (CONCLUSION):
तो दोस्तो, देखा आपने कि म्यूचुअल फंड्स की दुनिया कितनी विविध और रोमांचक है? हर किसी के निवेश की जरूरत और जोखिम सहन करने की क्षमता अलग होती है, और इसी आधार पर म्यूचुअल फंड्स के प्रकार भी अलग-अलग होते हैं। आपको बस इतना समझना है कि आप किस प्रकार के निवेशक हैं, फिर उस अनुसार सही फंड चुनना है।
उम्मीद है दोस्तो, आपको ये जानकारी पसंद आई होगी और अब आप म्यूचुअल फंड्स को लेकर थोड़ा और आत्मविश्वास महसूस कर रहे होंगे। अगर कोई सवाल हो तो पूछना मत भूलिएगा, क्योंकि दोस्तो, निवेश की सही शुरुआत ही आपके सुनहरे भविष्य की पहली सीढ़ी है।
फिर मिलेंगे एक और रोचक जानकारी के साथ, तब तक के लिए निवेश करते रहिए, सीखते रहिए और मुस्कुराते रहिए|
जरुरी सुचना
Moneycrypton.in वेबपोर्टल किसी भी तरह के निवेश पर जोर नहीं देता, कृपया करके निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय अवश्य लें, शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में वित्तीय जोखिम शामिल है