तो कैसे हो दोस्तों! उम्मीद है आप सब स्वस्थ और खुशहाल होंगे। आपने हमारा पुराना Article पढ़ा होगा जिसमे हमने आपको FUTURE TRADING और OPTION TRADING के बारे में चर्चा की थी। आज हम इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर (Difference) को बिलकुल आसान भाषा में और पॉइंट वाइज समझते हैं – ताकि आपका कन्फ्यूजन हमेशा के लिए दूर हो जाए। साथ में हम ये भी चर्चा करेंगे कि कौन सा Trading आपके लिए सही होगा।
तो चलिए दोस्तों, पहले हम संक्षिप्त में Future और Option Trading के बारे में जानकारी ले लें।
Future और Option ट्रेडिंग होती क्या है?
दोस्तों, शेयर बाजार में पैसा कमाना सिर्फ शेयर खरीदने और बेचने तक ही सीमित नहीं है। इसके आगे भी एक रोमांचक और जबरदस्त मौका होता है जिसे हम डेरिवेटिव ट्रेडिंग कहते हैं। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा होती है फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग की।
Future Trading का मतलब है कि आप किसी स्टॉक या इंडेक्स को एक तय कीमत और समय पर खरीदने या बेचने का कॉन्ट्रैक्ट करते हैं। यानी आप भविष्य की कीमत पर दांव लगाते हैं। वहीं दोस्तों, Option Trading थोड़ी अलग होती है। इसमें आपको किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने का ‘अधिकार’ तो मिलता है, लेकिन ‘जिम्मेदारी’ नहीं। यानि अगर आपको लगे कि बाजार आपकी सोच के अनुसार नहीं जा रहा, तो आप उस डील को छोड़ भी सकते हैं।
कैसे काम करता है Future और Option?
Future
दोस्तों, मान लीजिए आपको लगता है कि अगले महीने Reliance का शेयर बढ़ने वाला है। आप अभी ही उसका Future Contract खरीद लेते हैं, ताकि जब अगले महीने उसकी कीमत बढ़े, तो आप मुनाफा कमा सकें।
इसी तरह, अगर आपको लगता है कि किसी शेयर की कीमत गिरेगी, तो आप उसे फ्यूचर में पहले से बेच सकते हैं और बाद में सस्ती कीमत पर खरीदकर फायदा उठा सकते हैं। इसे Short Selling कहते हैं।
Option
मान लीजिए दोस्तों, आपको लगता है कि Reliance का शेयर अगले हफ्ते बढ़ेगा। तो आप उसका Call Option खरीद सकते हैं, यानी आपने एक अधिकार ले लिया कि आप इसे एक निश्चित कीमत पर खरीद सकते हैं – लेकिन अगर कीमत नहीं बढ़ी, तो आप उसे खरीदने के लिए मजबूर नहीं हैं।
इसके बदले में आपको एक छोटा सा Premium देना पड़ता है, और वही आपकी सबसे बड़ी जोखिम होती है। अगर शेयर नहीं बढ़ा, तो बस प्रीमियम चला गया – बाकी नुकसान नहीं।
इसी तरह, अगर आपको लगता है कि शेयर गिरेगा, तो आप Put Option खरीदते हैं और अगर सच में शेयर गिर गया, तो आप मुनाफा कमा लेते हैं।

Future और Option Trading में अंतर (Difference)
कॉण्ट्रैक्ट की ज़िम्मेदारी
Future: दोस्तों, इसमें खरीदने या बेचने का कॉन्ट्रैक्ट करना अनिवार्य होता है। यानि अगर आपने फ्यूचर खरीदा है तो एक्सपायरी पर आपको उसे पूरा करना ही होगा।
Option: इसमें सिर्फ अधिकार (Right) होता है, जिम्मेदारी नहीं। यानि आप चाहें तो कॉन्ट्रैक्ट को ना भी निभाएं।
Risk और Loss
Future: इसमें लॉस अनलिमिटेड हो सकता है क्योंकि पूरे कॉन्ट्रैक्ट की जिम्मेदारी होती है।
Option: दोस्तों, ऑप्शन खरीदने पर आपका लॉस लिमिटेड होता है – सिर्फ उतना ही जितना आपने प्रीमियम दिया है।
यह भी पढ़ें:
Ujjivan Small Finance Bank शेयर Price Target 2025,2026,2027,2030
जून महीने में GST रिटर्न फाइल करना जरूरी है, वरना हो सकता है भारी जुर्माना
पैसे की जरूरत (Capital Requirement)
Future: इसमें आपको ज्यादा मार्जिन देना पड़ता है, क्योंकि पूरे कॉन्ट्रैक्ट की जिम्मेदारी होती है।
Option: ऑप्शन में आप सिर्फ प्रीमियम देकर ट्रेड कर सकते हैं, जो काफी कम होता है।
Time Decay का असर
Future: दोस्तों, फ्यूचर में टाइम डिके (Time Decay) का असर नहीं होता, यानी समय के साथ उसकी वैल्यू पर असर नहीं पड़ता।
Option: ऑप्शन की वैल्यू हर दिन घटती है क्योंकि उसमें टाइम डिके होता है, खासकर एक्सपायरी के पास।
Strategy और Flexibility
Future: इसमें बहुत ज्यादा स्ट्रैटेजी नहीं होती, सीधी बात होती है – खरीदो या बेचो।
Option: ऑप्शन में दोस्तों, आप ढेर सारी स्ट्रैटेजी बना सकते हैं – जैसे कॉल, पुट, स्ट्रैडल, स्प्रेड आदि।
Complexity (जटिलता)
Future: फ्यूचर ट्रेडिंग तुलनात्मक रूप से सिंपल होती है।
Option: ऑप्शन ट्रेडिंग थोड़ी जटिल होती है और इसमें गहरा ज्ञान जरूरी है।
Profit Potential (मुनाफे की संभावना)
Future: मुनाफा अच्छा हो सकता है, लेकिन जोखिम भी बराबर है।
Option: कम पैसे में भी बड़ा मुनाफा हो सकता है, खासकर जब बाजार तेज़ी या गिरावट में हो।
कौन सा आपके लिए बेहतर है?
अब आप सोच रहे होंगे – तो फिर करना क्या है?
– अगर आप थोड़ा अनुभव रखते हैं, बाजार को समझते हैं और ज्यादा रिस्क लेने के लिए तैयार हैं, तो Future Trading आपके लिए हो सकती है।
– लेकिन दोस्तों, अगर आप कम रिस्क में शुरू करना चाहते हैं, और धीरे-धीरे सीखकर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो Option Trading आपके लिए बेहतर हो सकती है।
अंत में दोस्तों…
तो दोस्तों, Future और Option Trading कोई जादू नहीं है, लेकिन हां, अगर इसे सही ढंग से किया जाए तो ये आपकी आर्थिक स्थिति को जादू की तरह बदल सकता है। इसमें मेहनत है, समझ है, और सबसे जरूरी – सही समय पर सही फैसला लेने की कला है।
उम्मीद है कि आज का ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। हम इसके अगले पार्ट में कैसे ट्रेडिंग शुरू करें, कौन से प्लेटफॉर्म सबसे अच्छे हैं और क्या स्ट्रैटेजी अपनाएं – इन सब बातों की चर्चा करेंगे। फिर मिलते हैं दोस्तों एक नए और जानदार विषय के साथ। तब तक के लिए, खुद पर विश्वास रखिए, सीखते रहिए, और सपनों को हकीकत में बदलते रहिए।
जरुरी सुचना
Moneycrypton.in वेबपोर्टल किसी भी तरह के निवेश पर जोर नहीं देता, कृपया करके निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय अवश्य लें, शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में वित्तीय जोखिम शामिल है